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\v 26 काहेकी अगर सत्यताको ज्ञान पाएके फिर हम जान-जानके पाप करेहएँ तव पापके ताहिं कोइ बालिदान बाँकी न रहतहय , \v 27 बाको सट्टामे, इन्साफको डरौनो आसरा और परमेश्‍वरके विरोधीनके भस्म करनबारो क्रोधको अगनी इकल्लो रयहए।