thr_heb_text_reg/07/11.txt

1 line
639 B
Plaintext

\v 11 अब अगर लेबीके पूजारी पदको सिध्दता पात हए तव {काहेकी जाके आधारमे आदमीनको व्यवस्था मिलो हए} हारुनको दर्जा अनुसार न हुइके फिर मलकीसेदेकको दर्जाअनुसार दुसरो पूजारी होनके का जरुरत पणतहए ? \v 12 काहेकी जब पूजारी पद बदलत हय, तब व्यवस्था फिर बदलन पणतहए।