thr_heb_text_reg/12/27.txt

1 line
767 B
Plaintext

\v 27 "और एक चोटी " कहान बारो वचन जा दिखात हए, कि हलान सिकन बारि चीज जो सृष्टि भए हयँ, सबय निकारो जयहय, और हलान न सिकनबारे चीज पक्के रहामंगे ।" \v 28 जहेमारे, एक हलान न सिकन बारो राज पाएके हम कृतज्ञ होमएँ और जा किसिमसे आदर और श्रद्धासंग परमेश्‍वरके आराधना करयँ । \v 29 काहेकी हमर परमेश्‍वर भसम करन् बारो आगी हए।