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\v 13 काहेकि यदि बक्रा और सण्बाको रगत और कुबारीको भुवा छिर्कत बे अशुध्द होतहएँ और बिनको शरीरके शुद्ध पारन बे परमेश्‍वरमे समर्पित होन पडहय कहिसे , \v 14 और कितनो जद्धा ख्रीष्टको रगत हमर विवेकके मरे कामसे शुध्द करेहए, जीवित परमेश्‍वरको सेवा करन जौन अनन्त आत्माद्वारा निष्खोट बलिके रुपमे अपनय अर्पण करी रहए ? \v 15 जहे कारनसे, बा नयाँ करारको मध्यस्थकर्ता हए। जा मृत्युको कारनसे स्वतन्त्र करायगय बिनको पापको सजायसे पहिलो करारमे रहत हयँ ताकि परमेश्‍वरद्वारा बुलायभय बारेनके प्रतिज्ञा करो अनन्त उत्तराधिकार पान सिकयँ।