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\v 1 अब पहिलो को करारमे आराधनाके ताहीं नियम और संसारिक वासस्थान रहए । \v 2 काहेकि एक पवित्र वासस्थन तयार भव रहए, जौनको पहिलो कोठा भितर सामदान, टेबुल और भेटीकी रोटी रहए, जासे पवित्रस्थान कहत रहएँ।