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\v 19 ची आशा आमरो प्राण कोरीन ओहलो , लंगर से ज्यो स्थिर एने मजबुत रोये
एने परदा माय लोगन पुगाडतलु से ! \v 20 ज्याहरी येशु ने मलिकीसिदक रीतीपोर सदा कालोन महापुजार बोणीन आमरेत कोरीन अगुवान रूपमा प्रवेश कोरलु से ।