\v 12 समय विचार दोखो ते तुमुहु गुरु ओय जाणु जावतलो तेभी यह आवश्यक से कि कुण भी तुमुहु बोगवानोन वचनोन आरदी शिक्षा ओवी हिकाडे , तुमु ते ओहला ओय गोयला से , कि तुमुहु रूटा बदले ओवी लोगन दुध ही जुवे , ! \v 13 काहाके दुध पीनेवावा होते धार्मिकतान वचन पोहयान नी ओती , काहाके च्यु पुरयु से \v 14 पुण खाणो हुशारोन कोरीन से , तिंदरी ज्ञानेदिया अध्यास करता – करता भोलो एने बुरो मा भेद करने मा निपुर्ण ओय गोया !